बार - बार पेशाब आना और जलन होना – घरेलू नुस्खे और देसी इलाज

बार पेशाब आना और जलन होना – घरेलू नुस्खे और देसी इलाज


बार-बार पेशाब आना और जलन की समस्या का घरेलू इलाज – थम्बनेल में एक व्यक्ति दर्द महसूस करते हुए और पानी का गिलास दिखाया गया है।


नमस्कार साथियों,

गाँव-देहात में कई बार देखा जाता है कि बहुत से लोग बार-बार पेशाब जाने की शिकायत करते हैं और पेशाब करते वक़्त जलन महसूस होती है। ये कोई मामूली बात नहीं होती। अगर समय रहते ध्यान न दिया जाए तो यह बड़ा रोग बन सकता है। पर घबराने की ज़रूरत नहीं है। हमारे देसी घरेलू नुस्खे इस समस्या का जड़ से इलाज कर सकते हैं। आइए जानते हैं कुछ असरदार और सस्ते घरेलू उपाय जो गाँव के हर घर में मिल जाते हैं।


1. सौंफ का पानी – शीतलता का देसी इलाज

गाँव में सौंफ हर रसोई में पाई जाती है। यह पेशाब की जलन को दूर करने में बहुत असरदार है।

कैसे बनाएं:

रात को एक गिलास पानी में एक चम्मच सौंफ भिगो दें।

सुबह उस पानी को छानकर खाली पेट पी लें।

चाहे तो दिन में दो बार भी पी सकते हैं।

फायदा:

सौंफ शरीर की गर्मी को कम करती है, पेशाब में जलन और बार-बार जाने की समस्या को दूर करती है।

2. धनिए का काढ़ा – पुराना लेकिन कारगर उपाय

धनिया केवल मसाले के लिए नहीं होता, ये एक बेहतरीन औषधि भी है।

बनाने की विधि:

एक चम्मच सूखा धनिया (धनिया पाउडर नहीं) लें।

इसे एक कप पानी में रात भर भिगो दें।

सुबह इसे मसलकर छान लें और थोड़ा शहद मिलाकर पी जाएं।

फायदा:

यह मूत्र मार्ग की सूजन को कम करता है और बार-बार पेशाब आने की समस्या में राहत देता है।

3. नारियल पानी – प्राकृतिक ठंडक का खज़ाना

गर्मी के दिनों में नारियल पानी पीना वैसे भी फायदेमंद होता है, लेकिन पेशाब की जलन में यह बहुत उपयोगी है।

कैसे सेवन करें:

दिन में एक या दो बार नारियल पानी पीएं।

ताज़ा नारियल पानी लेना ज्यादा लाभकारी होता है।

फायदा:

यह शरीर को ठंडक देता है और मूत्र मार्ग को साफ करता है।

4. बेल का शरबत – देसी ठंडाई

बेल का फल हमारे गाँवों में खूब मिलता है। इसका शरबत पेशाब की जलन के लिए रामबाण इलाज है।

बनाने का तरीका:

बेल का गूदा निकालकर पानी में घोलें।

थोड़ा गुड़ या मिश्री मिलाकर शरबत बना लें।

रोजाना दोपहर में पीना शुरू करें।

फायदा:

बेल पेट और मूत्र दोनों की गर्मी को शांत करता है।

5. तुलसी के पत्ते और शहद – आयुर्वेदिक उपाय

तुलसी गाँव में हर घर में होती है। यह एक बहुत ही पवित्र और औषधीय पौधा है।

कैसे लें:

5-6 तुलसी के पत्ते पीसकर उसका रस निकालें।

उसमें एक चम्मच शहद मिलाकर सुबह खाली पेट लें।

फायदा:

तुलसी संक्रमण को खत्म करती है और मूत्र मार्ग को स्वस्थ बनाती है।

6. मट्ठा (छाछ) – हर रोग का इलाज

छाछ तो गाँव के हर घर में बनती है, और गर्मी में यह सोने पे सुहागा होती है।

कैसे लें:

दोपहर के खाने के बाद एक गिलास छाछ में काला नमक और भुना जीरा मिलाकर पिएं।

फायदा:

छाछ पेट और मूत्र की गर्मी को निकालती है, जिससे जलन में तुरंत राहत मिलती है।

7. खीरा और तरबूज – ठंडे फल, शीतल असर

गर्मी के मौसम में मिलने वाले ये फल पेशाब की तकलीफ में बहुत उपयोगी होते हैं।

सेवन विधि:

खीरा छीलकर खाना या उसका रस निकालकर पीना।

तरबूज को दोपहर में खाना और उसका रस पीना।

फायदा:

ये दोनों फल शरीर से गर्मी और विषैले तत्वों को बाहर निकालते हैं।

8. गिलोय का रस – आयुर्वेद का वरदान

गिलोय एक जड़ी-बूटी है जो कई बीमारियों में काम आती है, और पेशाब की जलन भी इनमें से एक है।

कैसे लें:

सुबह खाली पेट गिलोय का ताजा रस लें।

अगर ताजा न मिले तो बाजार में मिलने वाला गिलोय रस भी ले सकते हैं।

फायदा:

यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है और मूत्र की परेशानी को दूर करता है।

9. नींबू और शहद – हर मौसम का इलाज

नींबू शरीर को अंदर से साफ करता है और शहद ऊर्जा देता है।

कैसे बनाएं:

एक गिलास गुनगुने पानी में आधा नींबू निचोड़ें और एक चम्मच शहद मिलाएं।

सुबह खाली पेट पिएं।

फायदा:

नींबू संक्रमण को दूर करता है और मूत्र मार्ग को साफ रखता है।

10. पर्याप्त पानी पीना – सबसे सस्ता उपाय

कई बार लोग कम पानी पीते हैं जिससे पेशाब में जलन और बार-बार जाना शुरू हो जाता है।

क्या करें:

दिनभर में कम से कम 8-10 गिलास पानी ज़रूर पिएं।

ज्यादा गर्मी हो तो और भी ज़्यादा पानी पिएं।

ध्यान दें:

बिना प्यास लगे भी थोड़ा-थोड़ा पानी पीते रहें।

किन बातों का रखें खास ध्यान:

1. तेज मिर्च-मसाले वाला खाना कम करें।

2. चाय और कॉफी की मात्रा कम करें।

3. गुप्तांगों की साफ-सफाई का ध्यान रखें।

4. पेशाब रोककर न रखें, जब लगे तभी जाएं।

5. गर्मियों में सूती कपड़े पहनें और पसीना सुखा कर न बैठें।


डॉक्टर के पास कब जाएं:

अगर घरेलू उपाय करने के बाद भी नीचे दी गई समस्याएं बनी रहें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें:

पेशाब में खून आना

तेज बुखार के साथ जलन

पेट के नीचे बहुत दर्द होना

5-6 दिन से ज़्यादा तकलीफ होना


निष्कर्ष (Conclusion):

गाँव की मिट्टी में जो अपनापन है, वही घरेलू नुस्खों में असर है। अगर सही वक्त पर सही उपाय करें, तो बार-बार पेशाब आना और जलन जैसी समस्याएं घर बैठे ठीक हो सकती हैं। ऊपर बता

ए गए देसी इलाज सस्ते हैं, आसान हैं और 100% प्राकृतिक हैं। इन्हें अपनाइए और स्वस्थ रहिए।

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